“Sin cannot be removed by our tears or by our deeds.”C.H. Spurgeon
पाप नहीं धुलता
आंसुओं से या सत्कर्मों से
वह बस धुलता है
पश्चाताप से
मसीहा के लहु में
क्योंकी पाप का दण्ड मृत्यु
और मसीह के लहु में है
सामर्थ मृत्यु को
पराजित कर नव जीवन देने की !#आमीन
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